एक के बाद एक 6 कत्ल.. फिर गढ़ी सुसाइड की कहानी, दिल दहलाने वाले सीतापुर हत्याकांड का खुलासा

एक के बाद एक 6 कत्ल.. फिर गढ़ी सुसाइड की कहानी, दिल दहलाने वाले सीतापुर हत्याकांड का खुलासा

Palhapur Massacre Case

Palhapur Massacre Case

Palhapur Massacre Case: उत्तर प्रदेश के सनसनीखेज सीतापुर हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा किया है. एक ही परिवार के 6 लोगों की बेरहमी से की गई हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. दिल दहला देने वाली इस वारदात को किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक अनुराग के भाई अजीत ने अंजाम दिया था. आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल किया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने हत्याओं को किस तरह अंजाम दिया उसका खुलासा किया.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी अजीत ने एक-एक कर परिवार के 6 सदस्यों की बेरहमी से हत्या की थी. उसने पहले अपनी भाभी फिर मां को गोली मारी थी. बाद में आरोपी ने अपने भाई की भी गोली मारकर हत्या की थी. बेरहम आरोपी यहीं नहीं रुका उसने अनुराग के तीनों मासूम बच्चों को छत से नीचे फेंककर तड़पा-तड़पाकर मार डाला था. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से अवैध तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं.

पिता पर था 24 लाख का लोन

पुलिस पूछताछ में आरोपी अजीत ने बताया कि उसके पिता वीरेंद्र सिंह का लगभग एक वर्ष पहले निधन हो गया था. पिता पर किसान क्रेडिट कार्ड का 24 लाख रुपये का लोन था. पिता का कर्ज कौन चुकाएगा, इसको लेकर अजीत की अनुराग व उसकी पत्नी प्रियंका से कई बार विवाद भी हुआ था. अनुराग पढ़ा लिखा था लेकिन वह शराब का शौकीन था. इससे अजीत खुद को समाज में अपमानित महसूस करता था.

भाई ने किया लोन चुकाने से मना

10 मई की शाम को अजीत अपने गांव पल्हापुर आया. यहां उसकी मां सावित्री सिंह व भाभी प्रियंका ने उसे बताया कि अनुराग लोन चुकाने में असमर्थ है. इस बात पर अजीत को गुस्सा आ गया. उसने अपने भाई और भाभी को मारने का प्लान बनाया. रात को घर में खिचड़ी बनी. अजीत ने उसमें 4-5 नशीली गोलियां डाल दी. वह सभी के खाना खाने के बाद सोने का इंतजार करने लगा. उसने पुलिस को बताया कि वह केवल भाई और भाभी को मारना चाहता था. बाकी परिवार के लोगों को नींद की गोलियां खिलाकर सुलाना चाहता था. लेकिन उसका प्लान फेल हो गया.

पहले भाभी फिर मां को मारी गोली

अजीत ने बताया कि घर के सभी सदस्य बाहर से खाना खाकर आए थे, इसलिए किसी ने भी खिचड़ी नहीं खाई. यह देखकर अजीत अपने कमरे में सोने के बहाने चला गया. रात करीब 2 बजे उसने भाभी प्रियंका के कमरे का मेन स्विच ऑफ कर दिया. बिजली सप्लाई बंद होने से प्रियंका को गर्मी लगने लगी जिसके चलते वह बाहर आई. प्रियंका के बाहर आते ही अजीत ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. गोली की आवाज सुनकर उसकी मां सावित्री ऊपर आ गई. उसने उनकी भी हत्या कर दी.

भाई को मार बच्चों को बनाया निशाना

अजीत अपने भाई अनुराग के कमरे में गया. उसने अनुराग को भी गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया. रात में गोली की आवाज सुनकर अनुराग के तीनों बच्चे जाग गए. उन्होंने अजीत को हत्या करते हुए देख लिया. पुलिस के मुताबिक, आरोपी अजीत ने अनुराग की बड़ी लड़की अर्राना को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी और चिल्लाने लगी. बड़ी बहन को चिल्लाते देख दोनों छोटे बच्चे भी शोर मचाने लगे. यह देख अजीत तीनों को घर की छत पर ले गया.

वारदात के बाद बनाई झूठी कहानी

आरोपी अजीत ने तीनों बच्चों को छत से नीचे फेंक दिया. जमीन पर गिरने से तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. नीचे आकर उसने अपनी पत्नी को फोन कर झूठी कहानी बताई, फिर आरोपी ने गांव के लोगों को अनुराग द्वारा पूरे परिवार की हत्या कर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की बात फैलाई. शरुआती पुलिस जांच में भी उसने यही बात दोहराई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है, उसके पास से 315 बोर का तमंचा और 8 कारतूस बरामद किए हैं. आरोपी अजीत को जेल भेज दिया गया है.

पुलिस ने ऐसे किया घटना का खुलासा

10 मई को हुए हत्याकांड की सूचना अनुराग के भाई अजीत ने पुलिस को दी थी. उसने पुलिस को बताया था कि उसका भाई अनुराग मानसिक रूप से बीमार है और शराब पीता है. जब घर वालों ने उससे शराब पीने की मना किया तो उसने पूरे परिवार को मार खुद आत्महत्या कर ली. पुलिस को जांच में मामला संदिग्ध लगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अजीत के सिर में दो गोली लगने की बात सामने आई.

इसके बाद डीजीपी प्रशांत कुमार के आदेश पर आईजी तरुण गाबा मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की. मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते इसकी जांच एसटीएफ व क्राइम ब्रांच की दी गई. पुलिस ने करीब 16 लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की. 6 दिन तक चली पुलिस जांच में अजीत ने अपना जुर्म कबूल लिया.